भदभदा से रातीबड़ तक किए जा रहे सड़क चाैड़ीकरण के काम में जिम्मेदाराें की लापरवाही अाैर कांट्रेक्टर की मनमानी के चलते शहर की हरियाली उजड़ रही है। अालम ये है कि यहां 10 दिन में करीब 600 से ज्यादा पेड़ काट दिए गए हैं। जबकि सिर्फ 343 पेड़ काटने की ही अनुमति ली गई है। इस मामले की शिकायत पीडब्ल्यूडी, संभाग कमिश्नर, कलेक्टर अाैर रातीबड़ थाने में भी की गई। लेकिन, अब तक किसी जिम्मेदार की अाेर से इस अाेर ध्यान नहीं दिया गया है।
शिकायतकर्ता अर्जुन कुमार का दावा है कि सड़क चाैड़ीकरण का काम कर रही मैसर्स सरमन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की अाेर से यहां पेड़ाें की कटाई की जा रही है। भदभदा से रातीबड़ तक 1500 से ज्यादा पेड़ हैं, जाे पिछले 10 से 12 सालाें में सीपीए की फारेस्ट विंग की अाेर से यहां लगाए गए हैं। अगर जिम्मेदार चाहते ताे शिफ्टिंग करके इन पेड़ाें काे बचाया जा सकता था। सरमन इंडिया के अफसरों का कहना है कि पेड़ पीडब्ल्यूडी काट रहा है। जब इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अफसरों को फोन किया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
पेड़ाें का दम घाेंटने की तैयारी : इधर, विधानसभा से वल्लभ भवन की अाेर सड़क किनारे खड़े पेड़ाें का दम घाेंटने की तैयारी कर ली गई है। यहां सड़क किनारे सीमेंट कांक्रीट की जा रही है, इस दाैरान यहां माैजूद 20 से ज्यादा पेड़ाें की जड़ाें तक में खुदाई करके सीमेंट कांक्रीट का मिक्सर भर दिया है।